रक्त का थक्का जमना (Hemostasis): प्रक्रिया, कारण, विकार
और जरूरी तथ्य
रक्त का थक्का जमना, जिसे हेमोस्टेसिस
(Hemostasis) कहा जाता है, हमारे शरीर की एक अनोखी
और जीवन-रक्षक प्रक्रिया है। जब किसी चोट या कट के कारण रक्त वाहिका क्षतिग्रस्त
होती है, तो यह प्रक्रिया अत्यधिक रक्तस्राव को रोकते हुए शरीर की
रक्षा करती है। यह एक नियंत्रित और क्रमबद्ध प्रणाली है जिसमें प्लेटलेट्स, थक्का कारक और फाइब्रिन
जैसे तत्व शामिल होते हैं।
इस ब्लॉग में हम
समझेंगे—रक्त का थक्का कैसे बनता है, इसमें कौनसे कारक शामिल होते हैं, थक्का संबंधित सामान्य
विकार कौनसे हैं और कब चिकित्सा सहायता जरूरी है।
रक्त का थक्का जमना
क्या है?
रक्त का थक्का जमना एक
बहु-चरणीय प्रक्रिया है जिसके माध्यम से शरीर किसी भी आंतरिक या बाहरी रक्तस्राव
को रोकता है। यह केवल वहीं और तब होता है जहाँ इसकी आवश्यकता होती है, ताकि पूरे शरीर में
थक्के बनने से गंभीर समस्याएं न हों।
हेमोस्टेसिस के तीन
प्रमुख चरण
1. संवहनी ऐंठन (Vasoconstriction)
चोट लगने पर रक्त
वाहिकाएं तुरंत सिकुड़ जाती हैं।
इससे वहाँ रक्त का प्रवाह कम
हो जाता है और आगे का रक्तस्राव कम होता है।
2. प्लेटलेट प्लग का निर्माण (Platelet Plug Formation)
- प्लेटलेट्स (Thrombocytes) चोट वाली जगह पर इकट्ठा होकर चिपक जाते
हैं।
- वे आपस में जुड़कर एक अस्थायी प्लग बनाते
हैं।
- रासायनिक संकेत छोड़कर और प्लेटलेट्स
को बुलाते हैं।
सामान्य प्लेटलेट
गिनती: 1,50,000 – 4,50,000 प्रति माइक्रोलीटर
3. जमावट या कोएग्यूलेशन कैस्केड (Coagulation Cascade)
- रक्त प्लाज्मा में मौजूद थक्का कारक
क्रमिक रूप से सक्रिय होते हैं।
- अंततः थ्रोम्बिन एंजाइम फाइब्रिनोजेन
(Factor I) को फाइब्रिन में
बदलता है।
- फाइब्रिन एक मजबूत जाल बनाकर थक्के को
स्थिर करता है।
महत्वपूर्ण तथ्य:
- थक्के के 13 कारक
होते हैं (Factor I–XIII)।
- अधिकतर कारक यकृत (Liver)
बनाता है।
- विटामिन K
कारक II, VII, IX और X
के लिए आवश्यक है।
रक्त का थक्का बनने में
शामिल प्रमुख तत्व
1. प्लेटलेट्स
- छोटे सेल फ्रेगमेंट
- सक्रिय होकर प्लग बनाते हैं
- रासायनिक संकेत छोड़ते हैं
2. थक्का कारक (Coagulation Factors)
- प्लाज्मा में मौजूद विशेष प्रोटीन
- एक-एक करके सक्रिय होते हैं
- अंत में फाइब्रिन जाल बनाते हैं
3. फाइब्रिन निर्माण
थ्रोम्बिन द्वारा
फाइब्रिनोजेन को फाइब्रिन में बदला जाता है, जो एक स्थायी थक्का बनाता है।
रक्त का थक्का असामान्य
रूप से क्यों बनता है?
जब बिना किसी चोट के
थक्का बन जाए, उसे थ्रोम्बस कहते हैं, और यह बहुत खतरनाक हो
सकता है।
सामान्य थक्का संबंधी
विकार
1. हीमोफीलिया
- वंशानुगत विकार
- Factor VIII या IX
की कमी
- मामूली चोट पर भी लंबे समय तक
रक्तस्राव
2. वॉन विलेब्रांड रोग
- सबसे सामान्य वंशानुगत विकार
- वॉन विलेब्रांड फैक्टर की कमी
3. थ्रोम्बोफिलिया
- अत्यधिक थक्का बनने की प्रवृत्ति
- Factor V Leiden Mutation इसका उदाहरण
4. DIC (Disseminated
Intravascular Coagulation)
- पूरे शरीर में थक्के बनने लगते हैं
- थक्का कारक समाप्त → खून बहने लगता है
