गोंडवाना साम्राज्य – मध्य भारत का अद्वितीय जनजातीय साम्राज्य
मध्य भारत के गोंडवाना साम्राज्य का इतिहास प्राचीन और गौरवशाली है। इसे दूसरी शताब्दी में स्थापित किया गया। गोंडवाना अपने बलिदानों और उपलब्धियों के लिए प्रसिद्ध था और यह भारत का एकमात्र जनजातीय साम्राज्य माना जाता है।
लांजीगढ़ की स्थापना और यादवराय मरावी राजवंश
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वर्तमान बालाघाट जिले में लांजी तहसील में तीसरी शताब्दी में यादवराव का आगमन हुआ।
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लांजीगढ़ के राजा ने अपनी पुत्री का विवाह यादवराव से किया और जबलपुर का गढ़ा उन्हें उपहार में सौंपा।
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यादवराव ने यहाँ मरावी राजवंश की स्थापना की।
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इस वंश के 63 राजाओं ने लगभग 1300 वर्षों तक शासन किया।
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अंतिम राजा: नरहरि शाह।
हृदय शाह और मोतीमहल
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राजा हृदय शाह ने रामनगर (मंडला) को राजधानी बनाया और मोतीमहल का निर्माण कराया।
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मोतीमहल में शिलालेख पर राजवंश के पूर्वजों के नाम और शासनकाल लिखवाए गए।
संग्राम शाह – महान योद्धा और विद्वान
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आरंभ में नाम: अमनदास → 52 गढ़ों पर विजय के बाद नाम बदला: संग्रामसिंह।
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साम्राज्य का विस्तार: 52 गढ़ों पर विजय।
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नरसिंहपुर में चौरागढ़ किला निर्माण।
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विद्वानों के संरक्षक, रचना: रस रत्नमाला।
दलपत शाह और रानी दुर्गावती
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1532 में संग्राम शाह की मृत्यु के बाद दलपत शाह ने गद्दी संभाली।
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1542 में विवाह: रानी दुर्गावती (चंदेल राजा कीरत राय की पुत्री)।
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1545 में पुत्र: वीर नारायण।
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1550 में दलपत शाह की मृत्यु → रानी दुर्गावती गोंडवाना साम्राज्य की महारानी बनी।
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प्रशासन में सहयोगी: दीवान ब्यौहर, आधार सिम्हा, मंत्री मानठाकुर।
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मालवा के शासक बाज बहादुर के आक्रमण को नाकाम किया।
रानी दुर्गावती का बलिदान
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1562 में अकबर ने मालवा पर कब्जा किया और सेनापति आशफ खान गोंडवाना पर आक्रमण लाया।
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रानी दुर्गावती ने वीरगति स्वीकार की 24 जून 1564 को नरई नाला (जबलपुर) में।
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आज भी यह दिन बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह
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1857 की क्रांति में स्वतंत्रता सेनानी।
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शंकर शाह (70 वर्ष) और पुत्र रघुनाथ शाह ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया।
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मंडला के रामगढ़ और जबलपुर क्षेत्र में क्रांति का नेतृत्व किया।
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कवि और देशभक्त → कविताओं के माध्यम से लोगों में स्वतंत्रता की भावना जाग्रत।
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लार्ड डलहोजी की Doctrine of Lapse के तहत अंग्रेजों ने राज्य में हस्तक्षेप किया।
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अंग्रेजों के अधीन मंडला (1818), परंतु जनता में सम्मान कायम।
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हमारे साथ बने रहकर भारतीय इतिहास और संस्कृति की अनकही कहानियाँ जानें।गोंडवाना साम्राज्य MCQs
Q1. गोंडवाना साम्राज्य की स्थापना कब हुई थी?
A) पहली शताब्दी
B) दूसरी शताब्दी
C) तीसरी शताब्दी
D) चौथी शताब्दीAnswer: B) दूसरी शताब्दी
Q2. गोंडवाना साम्राज्य का पहला प्रसिद्ध शासक कौन था जिसने मरावी राजवंश की स्थापना की?
A) संग्राम शाह
B) यादवराव
C) नरहरि शाह
D) दलपत शाहAnswer: B) यादवराव
Q3. संग्राम शाह ने अपने प्रारंभिक नाम “अमनदास” को किस घटना के बाद बदलकर संग्रामसिंह रखा?
A) मोतीमहल का निर्माण
B) 52 गढ़ों पर विजय
C) रानी दुर्गावती से विवाह
D) जबलपुर पर कब्जाAnswer: B) 52 गढ़ों पर विजय
Q4. रानी दुर्गावती का जन्म कहाँ हुआ था?
A) जबलपुर
B) लांजी
C) कलिंजर किला, बांदा
D) नरई नालाAnswer: C) कलिंजर किला, बांदा
Q5. रानी दुर्गावती का वीरगति प्राप्त करने का दिन कौन सा है?
A) 24 जून 1564
B) 15 अगस्त 1562
C) 5 अक्टूबर 1524
D) 12 जनवरी 1560Answer: A) 24 जून 1564
Q6. राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह किस विद्रोह में भाग लिए थे?
A) 1857 की क्रांति
B) 1562 का अकबर युद्ध
C) मराठा आक्रमण
D) जफर के विद्रोहAnswer: A) 1857 की क्रांति
Q7. रानी दुर्गावती का पुत्र कौन था?
A) वीर नारायण
B) रघुनाथ शाह
C) लक्ष्मण शाह
D) नारहरि शाहAnswer: A) वीर नारायण
Q8. मोतीमहल कहाँ स्थित है?
A) जबलपुर
B) मंडला
C) नरई नाला
D) लांजीAnswer: B) मंडला
Q9. संग्राम शाह ने किस ग्रंथ की रचना की थी?
A) समरांगण सूत्रधार
B) रस रत्नमाला
C) आयुर्वेदसर्वस्व
D) प्रबन्ध चिंतामणिAnswer: B) रस रत्नमाला
Q10. गोंडवाना साम्राज्य का अंतिम प्रसिद्ध राजा कौन था?
A) संग्राम शाह
B) नरहरि शाह
C) शंकर शाह
D) यादवरावAnswer: B) नरहरि शाह
