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Thursday, October 16, 2025

रिवीजन नोट्स मध्य कालीन भारत भाग 3: तुगलक वंश और लोदी वंश

 


भाग 3: तुगलक वंश और लोदी वंश

शासक/वंश

अवधि/तथ्य

महत्वपूर्ण विवरण/असफल योजनाएँ

तुगलक वंश

1320–1414 (94 वर्ष)

सबसे लंबा शासनकाल।

गयासुद्दीन तुगलक

1320–1325

गाजी मलिक के नाम से सिंहासन पर बैठा। अपने नाम के साथ 'गाजी' (योद्धा) शब्द जोड़ने वाला पहला सुल्तान।

नीति

रस्मे-मियान

उसने रस्मे-मियान या मध्यपंथी नीति अपनाई।

साम्राज्य विस्तार

दक्कन के राज्य

इसके समय में दक्कन के राज्यों को पहली बार दिल्ली सल्तनत में शामिल किया गया।

निजामुद्दीन औलिया

कथन

सूफी संत निजामुद्दीन औलिया ने कहा था, "हुनूज दिल्ली दूर अस्त" (दिल्ली अभी बहुत दूर है)।

मोहम्मद बिन तुगलक

1325–1351

मूल नाम उलूग खान या फ़खरुद्दीन जौना खान। मध्यकालीन सभी सुल्तानों में सर्वाधिक शिक्षित, विद्वान एवं योग्य।

उपाधि

पागल एवं रक्त-पिपासु

सनक भरी योजनाओं के कारण उसे 'पागल' एवं 'रक्त-पिपासु' सुल्तान कहा गया।

साम्राज्य विस्तार

23 प्रांत

दिल्ली सल्तनत की सीमा का सर्वाधिक विस्तार इसके शासनकाल में हुआ (कुल 23 प्रांत)।

असफल योजनाएँ

राजधानी परिवर्तन, सांकेतिक मुद्रा

दोआब क्षेत्र में कर वृद्धि, राजधानी परिवर्तन (दिल्ली से देवगिरि/दौलताबाद, 1329), सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन (पीतल और तांबे के सिक्के)।

कृषि विभाग

दीवान-ए-अमीर कोही

कृषि के विकास के लिए इस नवीन विभाग की स्थापना की।

धार्मिक सहिष्णुता

हिंदू त्योहार

दिल्ली सल्तनत का प्रथम सुल्तान जिसने हिंदू त्योहारों (होली, दिवाली) में भाग लिया।

इब्न बतूता

मोरक्को यात्री

मोरक्को निवासी, उसके शासनकाल में भारत आया। दिल्ली का मुख्य काजी नियुक्त हुआ। उसने रेहला नामक ग्रंथ की रचना की।

फिरोजशाह तुगलक

1351–1388

मोहम्मद बिन तुगलक का चचेरा भाई।

सैन्य/वेतन सुधार

आनुवंशिकता

सेना में आनुवंशिकता की प्रथा आरंभ की। सैनिकों को नकद वेतन बंद कर भू-राजस्व वसूलने का अधिकार (इकता) दिया।

जजिया कर

ब्राह्मणों पर लागू

वह पहला सुल्तान था जिसने जजिया को खराज से अलग किया और ब्राह्मणों पर भी जजिया कर लगाया।

कुरान के अनुसार कर

4 प्रकार

खराज (भूमिकर), जकात (मुस्लिमों पर धार्मिक कर), जजिया (गैर-मुस्लिमों से), और खुम्स (युद्ध में लूटी संपत्ति का 1/5 राज्य का हिस्सा)।

लोक कल्याण

दीवान-ए-खैरात, दार-उल-शफा

दीवान-ए-खैरात (दान विभाग) और दार-उल-शफा (एक बड़ा अस्पताल) बनवाया।

नगरों की स्थापना

फिरोजशाह कोटला, जौनपुर, हिसार

फिरोजशाह कोटला (राजधानी बनाया), फिरोजपुर, हिसार, जौनपुर आदि शहर बसाए।

तैमूर लंग का आक्रमण

1398 ईस्वी

नसिरुद्दीन महमूद (तुगलक वंश का अंतिम शासक) के शासनकाल में। 15 दिन तक दिल्ली में कत्लेआम करवाया।

सैय्यद वंश

1414–1451

स्थापना खिज्र खान ने की।

लोदी वंश

1451–1526

स्थापना बहलोल खान लोदी (पश्तून समुदाय का मुखिया) ने की।

बहलोल लोदी

सबसे लंबा शासनकाल

38 वर्ष तक शासन किया, जो दिल्ली सल्तनत के किसी भी सुल्तान का सबसे लंबा शासनकाल है।

सिकंदर लोदी

1489–1517

बचपन का नाम निजाम खान था। उसने 1503 में आगरा शहर की नींव रखी और राजधानी दिल्ली से आगरा स्थानांतरित की।

इब्राहिम लोदी

1517–1526

लोदी वंश का अंतिम शासक। 1526 में बाबर द्वारा पानीपत की पहली लड़ाई में मारा गया।