भाग 1: अरब और तुर्क आक्रमण
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विषय/काल |
शासक/व्यक्ति/तथ्य |
महत्वपूर्ण विवरण |
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अरब आक्रमण |
भौगोलिक स्थिति |
भारत के पश्चिम में एक
प्रायद्वीप, जो लाल सागर, अरब सागर और फारस की खाड़ी से
घिरा है। |
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सर्वप्रथम आक्रमणकारी |
मुसलमान |
सबसे पहले आक्रमण करने वाले
मुसलमान अरब थे। |
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पहला सफल आक्रमण |
मोहम्मद-बिन-कासिम |
712 ईस्वी में हुआ। उस समय खलीफा अल-वाजिद और बगदाद का सुल्तान अल-हज्जाज था। |
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तात्कालिक कारण |
देवल बंदरगाह पर लूटपाट |
श्रीलंका के राजा द्वारा बगदाद
के खलीफा को भेजे गए समुद्री जहाज लूट लिए गए थे। |
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सिंध का शासक |
हिंदू राजा दाहिर |
मोहम्मद-बिन-कासिम ने 712 ईस्वी में दाहिर को पराजित कर देवल और रोर पर कब्जा किया। |
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स्वर्ण नगरी |
मुल्तान |
अरब आक्रमणकारियों को मुल्तान
से अपार सोना मिला, इसलिए उन्होंने इसे स्वर्ण नगरी कहा। |
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जजिया कर |
मोहम्मद-बिन-कासिम |
भारत में जजिया कर लगाने वाला प्रथम व्यक्ति था। |
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स्रोत ग्रंथ |
चचनामा और किताब फुतुह-अल-बुलदान |
भारत पर अरब आक्रमण की जानकारी
इन ग्रंथों से मिलती है। |
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अरबी विद्वान |
सुलेमान और अल-मसूदी |
अरब आक्रमण के समय भारत आने
वाले दो अरबी विद्वान। |
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दक्कन का रास्ता |
खिलजी आक्रमण |
अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण ने
विंध्य पर्वत के पार दक्कन के प्रदेशों पर मुस्लिम आक्रमण का रास्ता खोल दिया। |
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तुर्कों का मूल स्थान |
तुर्किस्तान |
तुर्क मूलतः तुर्किस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, और रूस के विभिन्न कबीलों में
निवास करते थे। |
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गजनवी वंश का संस्थापक |
सुबुक्तगीन |
महमूद गजनवी का पिता। |
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महमूद गजनवी |
आक्रमणों की संख्या |
उसने भारत पर कुल 17 बार आक्रमण किए। |
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महमूद गजनवी की उपाधि |
बुत्शिकन |
उसने बुत्शिकन (मूर्तिभंजक) की उपाधि ली। |
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सबसे प्रसिद्ध आक्रमण |
सोमनाथ मंदिर |
1025 ईस्वी में। |
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अल-बिरूनी |
रचना/आगमन |
अरबी इतिहासकार, महमूद के साथ 1018 ईस्वी में भारत आया। उसने किताब-उल-हिन्द (या तहकीक-ए-हिन्द) की रचना की। |
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किताब-उल-हिन्द |
विवरण |
यह ग्रंथ धर्म, दर्शन, त्योहार, खगोल विज्ञान, रीति-रिवाज आदि 80 अध्यायों में विभाजित है। |
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तराइन का प्रथम युद्ध |
1191 ईस्वी |
मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज
चौहान के बीच। गौरी पराजित हुआ। |
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तराइन का द्वितीय युद्ध |
1192 ईस्वी |
मोहम्मद गौरी ने राजपूतों को
परास्त कर दिया। पृथ्वीराज चौहान मारे गए। |
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गौरी की प्रथम बड़ी उपलब्धि |
लाहौर पर कब्जा |
गजनी वंश के अंतिम प्रतिनिधि
खुसरो मलिक को पराजित कर लाहौर पर कब्जा किया। |
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गौरी को पराजित करने वाला प्रथम
भारतीय |
राजा भीम द्वितीय |
1178 ईस्वी में गुजरात के राजा भीम द्वितीय ने पराजित किया। |
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