भाग 5: विदेशी आक्रमण (ईरानी और यूनानी)
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आक्रमण |
विवरण |
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ईरानी आक्रमण |
भारत
पर प्रथम विदेशी आक्रमण 518 ई.पू. में ईरान के हखामनी वंश के शासक डेरियस प्रथम (दारा प्रथम) द्वारा किया गया। इस आक्रमण के प्रभाव से
पश्चिमोत्तर भाग में खरोष्ठी एवं अरामाइक लिपि का प्रचलन हुआ, और क्षत्रप प्रणाली भारत सहित विश्व में प्रचलित हुई। |
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यूनानी आक्रमण |
326 ई.पू. में मेसिडोनिया (यूनान)
के शासक सिकंदर ने खैबर दर्रे से हिंदूकुश
पर्वत पार करके भारत में प्रवेश किया। वह
अरस्तू का शिष्य था। तक्षशिला
के राजा आम्भी (ग्रीक नाम ओमफी) ने सिकंदर के
सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सिकंदर का सामना पोरस से झेलम नदी (हाइडस्पेस) के किनारे युद्ध में
हुआ। लगभग 19 महीने भारत में रहने के बाद, 323 ई.पू. में बेबीलोन (आधुनिक
इराक) में सिकंदर की मृत्यु हो गई। |
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