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Thursday, October 16, 2025

रिवीजन नोट्स मध्य कालीन भारत भाग 8: मराठा साम्राज्य

 


भाग 8: मराठा साम्राज्य

शासक/वंश

तथ्य/विवरण

महत्वपूर्ण उपलब्धि/कार्य

छत्रपति शिवाजी

1630–1680

मराठा साम्राज्य के संस्थापक। जन्म शिवनेरी के किले में (1630)

शिक्षक/गुरु

दादाजी कोंडदेव, समर्थ रामदास

दादाजी कोंडदेव (शिक्षक) और समर्थ रामदास (गुरु)।

प्रमुख घटनाएँ

अफजल खान का वध

1659 में बीजापुर के अफजल खान को मारा।

सूरत की लूट

1664

मुगलों के व्यापारिक बंदरगाह सूरत को लूटा।

पुरंदर की संधि

1665

राजा जय सिंह और शिवाजी के बीच हुई। शिवाजी ने 40 में से 23 दुर्ग मुगलों को लौटाए।

राज्याभिषेक

1674

रायगढ़ में हुआ, उन्होंने छत्रपति की उपाधि धारण की। राजधानी रायगढ़ घोषित की।

अष्ट प्रधान

8 मंत्रियों का समूह

राजा को सलाह देने के लिए।

प्रमुख मंत्री पद

पेशवा/अमात्य

पेशवा (पंत प्रधान) मुख्य प्रधान/प्रधानमंत्री। अमात्य (मजुमदार) वित्त एवं राजस्व मंत्री।

राजस्व व्यवस्था

रय्यतवाड़ी

मलिक अंबर की रय्यतवाड़ी व्यवस्था पर आधारित थी।

चौथ

कर

पड़ोसी राज्य की आय का 1/4 हिस्सा, आक्रमण से बचने के लिए।

सरदेशमुखी

कर

पड़ोसी राज्य से वसूला जाने वाला आय का 1/10 भाग।

पेशवा बालाजी विश्वनाथ

1713–1720

मराठा साम्राज्य का द्वितीय संस्थापक माना जाता है। 1719 की संधि को मराठों का मैग्नाकार्टा कहा जाता है।

पेशवा बाजीराव प्रथम

सबसे शक्तिशाली

सर्वाधिक शक्तिशाली मराठा पेशवा।

पेशवा बालाजी बाजीराव

नाना साहब

इनके शासनकाल में पानीपत का तृतीय युद्ध हुआ।

पानीपत का तृतीय युद्ध

1761

मराठा (सदाशिव राव भाऊ) और अहमद शाह अब्दाली (अफगानिस्तान) के बीच हुआ, जिसमें मराठों की हार हुई।