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Thursday, October 16, 2025

रिवीजन नोट्स मध्य कालीन भारत भाग 9: सिख गुरु और साम्राज्य

 


भाग 9: सिख गुरु और साम्राज्य

गुरु संख्या/नाम

अवधि/तथ्य

महत्वपूर्ण योगदान

गुरु नानक देव

प्रथम गुरु

(1469–1539)

सिख धर्म के प्रवर्तक।

जन्म तलवंडी (नन्काना साहिब)।

लंगर प्रथा चलाई।

गुरु अंगद

द्वितीय गुरु

(1539–1552)

पंजाबी लिपि 'गुरुमुखी' के जन्मदाता।

गुरु रामदास

चतुर्थ गुरु

(1574–1581)

1577 ईस्वी में अमृतसर नगर की स्थापना की।

गुरु अर्जुन देव

पंचम गुरु

(1581–1606)

हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) का निर्माण कराया।

जहाँगीर ने फाँसी दी।

गुरु तेग बहादुर

नवम गुरु

(1664–1675)

औरंगजेब ने 1675 में दिल्ली के चाँदनी चौक में हत्या करवा दी।

गुरु गोबिंद सिंह

दशम और अंतिम गुरु

(1675–1708)

गुरु प्रथा समाप्त कर गुरु ग्रंथ साहिब को एकमात्र गुरु मान लिया।

रणजीत सिंह

सिख साम्राज्य संस्थापक

सुकर चकिया मिसल के कमांडर

महाराजा रणजीत सिंह (शेर-ए-पंजाब)

लाहौर को अपनी राजधानी बनाया।

अमृतसर में हरमंदिर साहिब को स्वर्ण पत्र से ढकने का काम करवाया।

 

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