मध्य प्रदेश की
अर्थव्यवस्था में क्षेत्रवार वृद्धि प्रतिशत में
मध्य प्रदेश की
अर्थव्यवस्था में प्राथमिक क्षेत्र की वृद्धि दर
मध्य प्रदेश की
अर्थव्यवस्था में प्राथमिक क्षेत्र (कृषि और संबद्ध गतिविधियाँ) का योगदान
महत्वपूर्ण है, जो 2023-24 में लगभग
44-45% रहा और इसमें लगातार वृद्धि हो रही है, खासकर पशुधन और
मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों में, जबकि 2023-24 में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर लगभग 3.4% रही, जो पिछले वर्ष
(5.1%) से कम है, पर समग्र आर्थिक
विकास को मजबूती दे रहा है,।
प्राथमिक क्षेत्र में वृद्धि दर 2022-23 के 5.1 प्रतिशत से
घटकर 2023-24 में 3.4 प्रतिशत पर आ गई।
मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था में द्वितीयक
क्षेत्र की वृद्धि दर
मध्य प्रदेश की
अर्थव्यवस्था में द्वितीयक क्षेत्र (उद्योग और विनिर्माण) की वृद्धि दर और
हिस्सेदारी अलग-अलग वर्षों और आंकड़ों के अनुसार थोड़ी भिन्न होती है, लेकिन 2024-25 के
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, द्वितीयक क्षेत्र का सकल राज्य मूल्य वर्धन (GSVA) में योगदान लगभग
19.03% रहा और मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र की वृद्धि दर 2023-24 में 7.4% दर्ज की गई
थी, जबकि सरकार उद्योग
को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय नीतियां अपना रही है, जिससे भविष्य में
निवेश और वृद्धि की उम्मीद है.
प्रमुख बातें
उद्योगों को बढ़ावा: मध्य प्रदेश सरकार ने 2024-25 को
"उद्योग वर्ष" घोषित किया है और 'उद्योग प्रोत्साहन नीति 2021' जैसी पहल के माध्यम
से निवेश आकर्षित कर रही है.
निवेश में वृद्धि: दिसंबर 2024 तक
₹4.17 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिससे रोजगार सृजन
की उम्मीद है.
विनिर्माण वृद्धि: 2023-24 में
विनिर्माण क्षेत्र में 7.4% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि 2022-23 में यह
5.42% (अनुमानित) थी, जो औद्योगीकरण की
दिशा में एक सकारात्मक कदम है.
द्वितीयक क्षेत्र में 2023-24 में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि
दर्ज की गई, जो एक सकारात्मक
संकेत है। इस वृद्धि का कारण मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में निवेश बढ़ना, सरकारी नीतियों का
समर्थन, और औद्योगिक उत्पादन
का विस्तार हो सकता है।
मध्य प्रदेश की
अर्थव्यवस्था में तृतीयक क्षेत्र की वृद्धि दर
मध्य प्रदेश की
अर्थव्यवस्था में तृतीयक क्षेत्र (सेवा क्षेत्र) का योगदान महत्वपूर्ण है, जो सकल मूल्य वर्धन
(GVA) में लगभग 36.61%
(2024-25 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार) है और लगातार बढ़ रहा है, खासकर स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय सेवाओं और
आईटी जैसे क्षेत्रों में वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे राज्य के सकल
राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP)
में इसका हिस्सा बढ़कर लगभग 33-34% (2020-21 के अनुमान) से
अधिक हो गया है, जो राज्य के समग्र
विकास में एक प्रमुख इंजन बन रहा है।
प्रमुख बिंदु:
हिस्सेदारी (2024-25 आर्थिक सर्वेक्षण): प्राथमिक क्षेत्र
(कृषि) 44.36%, द्वितीयक क्षेत्र
(उद्योग) 19.03%, और तृतीयक क्षेत्र
(सेवाएँ) 36.61%।
ऐतिहासिक रुझान: 2020-21 में यह
लगभग 33.55% था, जो बढ़कर 2024-25
में 36.61% हो गया है, जो सेवा क्षेत्र की
बढ़ती महत्ता को दर्शाता है।
विकास चालक: शिक्षा, स्वास्थ्य, आईटी, पर्यटन और वित्तीय
सेवाएँ जैसे उप-क्षेत्र तृतीयक क्षेत्र की वृद्धि को बढ़ावा दे रहे हैं।
आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25: इस सर्वेक्षण ने
राज्य की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र के मजबूत योगदान पर प्रकाश डाला है और
अगले कुछ वर्षों में और वृद्धि की उम्मीद जताई है, खासकर 'उद्योग वर्ष 2025' के संदर्भ में।
तृतीयक क्षेत्र यानी सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर 2022-23 में
11.7 प्रतिशत थी, जो 2023-24 में घटकर
6.9 प्रतिशत रह गई।
इस गिरावट का
कारण कई हो सकते हैं, जैसे कि महामारी के
बाद सेवा क्षेत्र में रिकवरी धीमी हो गई, पर्यटन में कमी, या उपभोक्ता खर्च में गिरावट। सेवा क्षेत्र में आईटी, बैंकिंग, स्वास्थ्य और शिक्षा
शामिल होते हैं, और इसमें कमी का असर
राज्य के शहरी क्षेत्रों में रोजगार और उपभोक्ता मांग पर पड सकता है।
मध्य प्रदेश की
अर्थव्यवस्था में क्षेत्रवार वृद्धि प्रतिशत में
|
|
2022-23 |
2023-24 |
|
प्राथमिक क्षेत्र |
5.1 |
3.4 |
|
द्वितीयक क्षेत्र |
- |
7.4 |
|
तृतीयक क्षेत्र |
11.7 |
6.9 |

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