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Saturday, October 4, 2025

प्रिंटर और उसके प्रकार

 


प्रिंटर

vप्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है, जिसका उपयोग कंप्यूटर से प्राप्त डाटा (टेक्स्ट, इमेज, ग्राफिक्स आदि) को कागज या अन्य सामग्री पर छापने के लिए किया जाता है. इसकी सहायता से डिजिटल फाइल्स की हार्ड कॉपी तैयार की जाती है.

प्रिंटर के प्रकार

vमुख्यतः प्रिंटर दो प्रकार के होते हैं -

इम्पैक्ट प्रिंटर



vइम्पैक्ट प्रिंटर वे प्रिंटर होते हैं जो इंक वाले रिबन पर चोट करके या दबाव डालकर पेपर पर करेक्टर या इमेज प्रिंट करते हैं. ये प्रिंटर प्रिटिंग करते समय आवाज करते हैं. उदाहरणों में डेज़ी-व्हील प्रिंटर, लाइन प्रिंटर और डॉट-मैट्रिक्स प्रिंटर शामिल हैं।

नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर

vपेपर और प्रिंटर के बीच बिना किसी फिजिकल कॉन्टैक्ट के प्रिंटिंग करने वाली डिवाईस को नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर कहते हैं. ये प्रिंट करते समय आवाज नहीं करते है. इंकजेट प्रिंटर, लेज़र प्रिंटर, थर्मल प्रिंटर, डाई-सब्लिमेशन प्रिंटर, एलईडी प्रिंटर, और सॉलिड इंक प्रिंटर नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर के उदाहरण हैं.

विभिन्न प्रकार के प्रिंटर्स

इंकजेट प्रिंटर



vयह प्रिंटर इंक का उपयोग करके कागज पर टेक्स्ट और इमेज छापता है. यह इंक की छोटी बूंदों को कागज पर स्प्रे करके काम करता है. इंक जेट प्रिंटर में इंक के चार नोजल होते है. जिनसे जुड़े टैंक में स्यान, यलो, मैजेंटा और की ब्लैक रंग भरा होता है, इसलिये इसको CYMK प्रिंटर भी कहा जाता है.

लेजर प्रिंटर

 


vलेजर प्रिंटर एक नॉन-इंपैक्ट प्रिंटर होता है जिसमें पेपर इंक के स्थान पर लेजर बीम या प्रकाश का प्रयोग किया जाता है. लेजर प्रिंटर टोनर कार्ट्रिज का उपयोग करते हैं, टोनर का एक कार्ट्रिज लगभग 3000 से 5000 पेज प्रिंट कर सकता है.

vयह प्रिंटर लेजर बीम और इलेक्ट्रोफोटोग्राफिक तकनीक का उपयोग करके प्रिंट करता है. यह फ़ास्ट और हाई क्वालिटी प्रिंटिंग करता है. यह बड़ी संख्या में पेज प्रिंट करने के लिए उपयुक्त है. इसका विकास गैरी स्टार्कवेदर ने 1969 में वेबस्टर, न्यूयॉर्क स्थित ज़ेरॉक्स रिसर्च लैब में किया था.

vलेज़र प्रिंटर का रिज़ॉल्यूशन डॉट्स प्रति इंच (dpi) में मापा जाता है. रिज़ॉल्यूशन जितना ज़्यादा होगा, प्रिंट उतना ही साफ़ और विस्तृत होगा. ज़्यादातर लेज़र प्रिंटर का रिज़ॉल्यूशन 600 dpi होता है.

डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर



vडॉट मैट्रिक्स प्रिंटर एक इम्पैक्ट प्रिंटर है जो पेपर पर मनचाहे कैरेक्टर को प्रिंट करने के लिए इंक लगे एक रिबन पर पिन मारकर इंक लगाता है. यह बिलकुल टाइपराइटर की तरह काम करता है. यह काफी स्लो प्रिंटिंग करता है और आधुनिक लेज़र और इंकजेट प्रिंटरों की तुलना में शोर ज्यादा करता है. मल्टीपार्ट फ़ॉर्म (जैसे चालान) एवं LIC में रिसीप्ट प्रिंट करने के लिए आज भी इसका उपयोग किया जाता है.

थर्मल प्रिंटर



vथर्मल प्रिंटर एक ऐसा डिवाइस है जो कागज़ पर इमेज बनाने के लिए इंक या टोनर के बजाय हीट का उपयोग करता है. यह एक हीटेड प्रिंटहेड का उपयोग करके हीट सेंसटिव पेपर (थर्मोक्रोमिक कोटिंग वाले पेपर) को गर्म करता है, जिससे पेपर की कोटिंग काली हो जाती है और उस पर इमेज बन जाती है.

vइसका उपयोग आमतौर पर रसीदें प्रिंट करने के लिए किया जाता है. इसका उपयोग अक्सर रिटेल स्टोर और अन्य फास्ट-प्रिंटिंग उपयोगों के लिए होता है. लेकिन इसके प्रिंट टिकाऊ नहीं होते हैं और समय के साथ फीके पड़ जाते हैं.

3 डी प्रिंटर

 


 vइस प्रिंटर का उपयोग थ्री-डी ऑब्जेक्ट बनाने में किया जाता है. प्रिंटिंग की इस प्रक्रिया को एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (additive manufacturing) कहते है.

vथ्री-डी प्रिंटर को CAM (कंप्यूटर एडेड मैन्युफैक्चरिंग) डिवाइस भी कहते है जो इनपुट के रूप में कंप्यूटर से डिजिटल डेटा प्राप्त करता है.  

vइस प्रिंटर में प्रिंटिंग के लिए रेजिन या प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है.

vइसका उपयोग मैन्युफैक्चरिंग, प्रोटोटाइपिंग, इंजीनियरिंग, और मेडिकल इंडस्ट्री में होता है.

सब्लिमेशन प्रिंटर



vसब्लिमेशन प्रिंटर एक विशेष प्रकार का प्रिंटर होता है जो हीट का उपयोग करके डाई को कपड़े, प्लास्टिक, या यहाँ तक कि धातु जैसी सामग्रियों पर ट्रांसफर करता है.  इसमें एक विशेष प्रकार के सब्लिमेशन इंक का उपयोग किया जाता है जो गर्म करने पर वाष्पीकृत होकर गैस में बदल जाता है.  फिर यह गैस सामग्री की सतह के साथ जुड़ जाती है, जिससे हाई क्वालिटी टिकाऊ इमेज बनती है.  सब्लिमेशन प्रिंटिंग का उपयोग कस्टम टी-शर्ट्स, मग्स, टाईल्स इत्यादि पर डिजाईन या इमेज प्रिंट करने में किया जाता है.

प्लॉटर



vप्लॉटर एक विशेष प्रकार का प्रिंटर होता है जो कंप्यूटर-डिज़ाइन किए गए ग्राफ़िक्स जैसे कि मैप्स, आर्किटेक्चरल प्लान, इंजीनियरिंग ड्रॉइंग, चार्ट और बड़े पोस्टरों को कागज़ या अन्य सतहों पर बनाने के लिए पेन, मार्कर या अन्य ड्राइंग टूल का उपयोग करता है. यह वेक्टर ग्राफिक्स को प्रिंट करता है, जो पिक्सेल-आधारित नहीं होते, जिससे गुणवत्ता में कमी के बिना उनका आकार बदला जा सकता है.

यह पोस्ट Rudra’s IAS द्वारा तैयार की गई है।

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